बठिंडा, जागरण प्रतितिधि : रामां रिफाइनरी
में कार्यरत मजदूर की सोमवार रात्रि ठंड से हुई मौत के बाद मजदूर यूनियन
ने प्रबंधकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हालांकि मंगलवार सांसद हरसिमरत
कौर बादल ने भी रिफाइनरी का दौरा करना था, परंतु मजदूर की मौत के बाद चले
हंगामे के चलते वह नहीं गई। थाना रामां पुलिस ने धारा 174 के तहत कार्रवाई
करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों के हवाले कर दिया। मजदूरों का
विरोध देखते प्रशासन ने तुरंत पुलिस को मौके पर तैनात कर दिया।
जानकारी के अनुसार बिहार के जिला सिवान में पड़ते गांव कैंथी निवासी
मिथलेश दिशवा रामां रिफाइनरी में एक निजी कंपनी के पास काम कर रहा था।
बढ़ी सर्दी के चलते मिथलेश दिशवा बीमार हो गया। उसे सोमवार की रात्रि
तुरंत रामां सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन देर रात उसकी मौत
हो गई। मंगलवार सुबह मिथलेश की मौत की खबर मिलते ही मजदूरों ने हंगामा
शुरू कर दिया। मौत से भड़के मजदूरों ने प्रबंधकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी
की। माहौल को बिगड़ता देख तुरंत पुलिस को सूचित किया गया। घटना की खबर
मिलते ही तुरंत रिफाइनरी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया ताकि किसी अप्रिय
घटना को रोका जा सके।
उल्लेखनीय है कि साल 2009 में रिफाइनरी में काम कर रहे एक मजदूर की
मौत हो गई थी। उसकी मौत को लेकर मजदूरों ने जहां जमकर हंगामा किया था,
वहीं रिफाइनरी में जमकर तोड़फोड़ भी की थी। मजदूरों में बढ़ते आक्रोश को
रोकने के लिए जिला प्रशासन को बठिंडा, फरीदकोट सहित मानसा जिले से भी
पुलिस को बुलाना पड़ा था। इस हादसे में दोनों ओर से हुई पत्थर बाजी में कई
मजदूर व पुलिस कर्मचारी घायल हो गए थे। लगभग दो दिन बाद प्रशासन किसी तरह
मामले को शांत कर पाया था।
उधर, मामले की जांच करने पहुंचे पुलिस अधिकारी बलविंदर सिंह ने बताया
कि मजदूर की मौत सर्दी लगने से हुए हई है। पोस्टमार्टम करने के बाद शव
परिजनों के हवाले कर दिया गया है।