जम्मू, जागरण संवाददाता : वर्ष 2009 मौसम को चुनौतियां देता दिखा। न तो
समय पर बारिश हुई और न ही गर्मी, सर्दी भी ऐसी रही कि इससे पर्यावरण को
सुरक्षित माना जाए।
कम बारिश होने के कारण और तापमान के उतार चढ़ाव के चलते फसल तो
प्रभावित हुई ही पहाड़ी क्षेत्रों में बरसात के दिनों में निकलने वाले झरने
भी नहीं फूटे। पर्यावरणविद् डा. संजय शर्मा के अनुसार नदी-नालों का जलस्तर
कम हुआ है। बहुत से छोटे नाले इस वर्ष सूख गए, इतना ही नहीं कई ट्यूबवेलों
का पानी भी कम हो गया। मौसम विशेषज्ञ डा. एमके खुश के अनुसार पिछले 20
वर्षो में जम्मू संभाग में इतनी कम बारिश कभी नहीं हुई। अभी आगे भी बारिश
की संभावनाएं कम ही दिख रही हैं। बरसात में हमेशा की तरह इस वर्ष भी
पेड़-पौधे लगाने की औपचारिकताएं तो निभाई गईं, लेकिन इनमें से 10 प्रतिशत
पौधों को भी बचाया नहीं जा सका। कटाव लगातार जारी है, इससे वनों का
क्षेत्रफल लगातार कम होता जा रहा है।
पिछले वर्षो के मुकाबले इस वर्ष अभी तक बारिश सामान्य से 440 एमएम कम
हुई है। जनवरी में 60.8 प्रतिशत बारिश हुई जो सामान्य से 24.6 प्रतिशत
ज्यादा रही। फरवरी में 37.6 एमएम बारिश हुई जो सामान्य से 29.5 प्रतिशत कम
थी। मार्च में 22.4 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य से 69.9 प्रतिशत कम रही।
अप्रैल में 42.4 एमएम बारिश हुई जो सामान्य से 42.8 प्रतिशत ज्यादा रही।
मई में मात्र 7.6 एमएम बारिश हुई, जो सामान्य से 67.8 प्रतिशत कम रही। जून
में सामान्य से 89 प्रतिशत बारिश कम हुई। जुलाई में सामान्य से 36.5
प्रतिशत बारिश कम हुई। अगस्त में सबसे ज्यादा 395.5 एमएम बारिश हुई, जो
सामान्य से 34 प्रतिशत ज्यादा रही। सितंबर महीने में 27.8 प्रतिशत बारिश
हुई, जो सामान्य से 76.7 प्रतिशत कम थी। अक्टूबर में मात्र 4.2 एमएम बारिश
हुई, यह सामान्य से 80 प्रतिशत कम रही। नवंबर महीने में 9.2 बारिश हुई, जो
सामान्य से 20 प्रतिशत कम रही। दिसंबर में अब तक बारिश नहीं हुई है जबकि
इस महीने सामान्य बारिश 23.6 एमएम होनी चाहिए। अधिकतम तापमान जनवरी में
0.6 डिग्री सामान्य से कम रहा जबकि फरवरी में 1.2, मार्च में 1.0, अप्रैल
में 0.4, मई में 1.0, जून में 2.4 जुलाई में 1.9 डिग्री सेल्सियस अधिक
रहा। अगस्त, सितंबर, अक्टूबर में तापमान सामान्य ही रहा जबकि नवंबर में
1.2 और दिसंबर में सामान्य से 0.1 डिग्री सेल्सियस कम रहा। न्यूनतम तापमान
अप्रैल में सामान्य 2.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा जबकि दूसरे सभी महीनों
में यह तापमान सामान्य से कम रहा।