कांग्रेस सांसद राज बब्बर ने कहा कि कोई भी किसान बेईमानी नहीं करना
चाहता है। वह तमाम यातनाओं के बावजूद मुआवजे की रकम लौटाने को तैयार है
लेकिन सरकार को भी व्यावहारिक रुख अपनाते हुए किसान हितैषी कदम उठाना
चाहिए। उसे मुआवजा राशि को आसान किस्तों में वसूल करना चाहिए। श्री बब्बर
रविवार को बझेड़ा खुर्द में आयोजित सत्कार दिवस पर रिलायंस पावर परियोजना
प्रभावित किसानों को संबोधित कर रहे थे।
श्री बब्बर ने कहा कि बझेड़ा खुर्द ही नहीं कहीं का भी किसान बेईमान
नहीं है। वह मुआवजा लौटाना चाहता है लेकिन आंदोलन के दौरान किसानों पर
मुकदमे लगाए गए, बुजुर्गो व महिलाओं पर अत्याचार किए गए, उसके बदले में
सरकार को मुआवजा वापस नहीं लेना चाहिए। हालांकि, न्यायालय का आदेश
सर्वमान्य हैं। इसलिए सरकार को नरम रुख अपनाने हुए किस्तों में मुआवजा
वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही कांग्रेस नेताओं से बात कर
संसद में यहां के किसानों की समस्याओं को उठाएंगे। पूर्व प्रधानमंत्री
वी.पी. सिंह के पुत्र अजेय प्रताप सिंह ने मुआवजा माफ किए जाने व मुकदमों
को वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार राजा है तो किसान प्रजा
है। इसलिए राजा को प्रजा के हित में मुआवजा माफ कर देना चाहिए। पूर्व
प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह की पत्नी सीता सिंह ने किसान आंदोलन समिति के
पदाधिकारियों को आशीर्वाद दिया।
चार दिसंबर को रिलायंस पावर परियोजना के लिए 2500 एकड़ भूमि के अधिग्रहण
को रद करने का हाईकोर्ट का आदेश आने के बाद प्रभावित किसानों का नेतृत्व
कर रही महाराणा संग्राम सिंह किसान कल्याण समिति ने इस कार्यक्रम का आयोजन
किया था। इस मौके पर राजकुमार भाटी, पूर्व मंत्री बिजेंद्र प्रताप सिंह,
अजीत सिंह, वाई.पी. सिंह, नीतू सिंह, राकेश सिसौदिया, मनोज भारद्वाज, अमर
सिंह नेताजी आदि ने भी किसानों को संबोधित किया। इस दौरान सांसद राज बब्बर
ने कई पत्रकारों और जेल गए किसानों को सम्मानित किया। राजकुमारी राणा ने
सीता सिंह का स्वागत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता देहरा निवासी मो. हनीफ
ने की व संचालन डा. युधिष्ठिर सिसौदिया ने किया।