नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। आलू, प्याज व दालों के चढ़ते दाम से महंगाई
का पारा लगातार चढ़ रहा है। खाने-पीने की चीजों में तेजी से 5 दिसंबर को
समाप्त सप्ताह में खाद्य महंगाई दर बढ़कर 19.95 प्रतिशत पर पहुंच गई। इससे
पूर्व सप्ताह में यह दर 19.05 प्रतिशत थी। गुरुवार को जारी आंकड़ों के
मुताबिक पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में मौजूदा वर्ष के इस सप्ताह में
आलू की कीमतों में 136, सब्जियों में 41 और दालों में 40 प्रतिशत की
बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा फलों, दूध, गेहूं और चावल के दाम में भी इजाफा
हुआ है।
समीक्षाधीन सप्ताह में रोजमर्रा के इस्तेमाल में आने वाले आटा, दाल,
चावल, फल, सब्जियों, आलू और प्याज के दाम में बढ़ोतरी हुई है। उड़द व
मसालों के दाम बढ़ने से खाद्य वस्तुओं के सूचकांक में 0.3 प्रतिशत की तेजी
आई है। इस दौरान उड़द, मसालों के दाम में तीन-तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई
है। हालांकि, चिकन 10, मछली 7 तथा चाय 2 प्रतिशत सस्ते हुए हैं।
सरकार भी खाद्यान्न की बढ़ती कीमतों से परेशान है। महंगाई दर पर
वित्ता मंत्री प्रणब मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार बाजार में
आवश्यक वस्तुओं की कीमतें काबू में करने के लिए इनका आयात भी कर सकती है।
खाद्यान्न की कीमतों में पिछले दस वर्षो में सबसे ज्यादा तेजी आई है। ऊंची
महंगाई दर की आंच ब्याज दरों को भी लग सकती है। रिजर्व बैंक अब
अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ी चिंता महंगाई को मान रहा है। आगामी जनवरी में
केंद्रीय बैंक मौद्रिक नीति की तिमाही समीक्षा पेश करेगा। इस दौरान वह
ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है।
समीक्षाधीन सप्ताह में कच्चे जूट और खोपरा की कीमतों में तेजी से गैर
खाद्य पदार्थो का सूचकांक भी आधा फीसदी बढ़ा है। थोक मूल्य आधारित महंगाई
दर में आवश्यक वस्तुओं की हिस्सेदारी 22.04 प्रतिशत जबकि ईधन, बिजली एवं
ल्युब्रीकेंट्स की 14. 23 प्रतिशत की है।