कोपेनहेगन। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कोपेनहेगन में
जलवायु परिवर्तन संबंधी समझौते को अमलीजामा पहनाने के लिए विश्व नेताओं से
अपील की है।
यहां गुरुवार शाम मीडिया के साथ बातचीत में मून ने कहा कि विश्व
नेताओं को जलवायु परिवर्तन संबंधी समझौते को आकार देना होगा। उन्होंने कहा
कि वह आशावान है कि यह समझौता हो जाएगा।
मून ने कहा कि उन्हे उम्मीद है कि कोपेनहेगन में जलवायु परिवर्तन को लेकर समझौता हो जाएगा, क्योंकि सभी प्रमुख देश ऐसा चाहते है।
उन्होंने कहा, ‘130 से अधिक देशों के नेता यहां है। यदि वे समझौता नहीं कर सकेंगे तो कौन करेगा?’
मून ने कहा, ‘अब आपसी समझ, सहमति और साहस की जरूरत है। यह हमारा नैतिक दायित्व बनता है कि हम भविष्य के लिए कदम उठाएं।’
मून ने कहा है कि अमेरिका ने वादा किया है कि वह हर साल 100 अरब डालर
की सहायता राशि देगा ताकि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए गरीब देशों की
मदद की जा सके। उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा कदम है।
वैसे अमेरिका इस पर जोर दे रहा है कि कार्बन उत्सर्जन में कटौती पर बाध्यकारी समझौता हो, जिसका चीन और अन्य देश विरोध कर रहे है।