लंदन। अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी [आईईए] ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि वित्तीय संकट के कारण वर्ष 1981 के बाद पहली बार इस वर्ष दुनिया भर में ऊर्जा की खपत में गिरावट आएगी।
आईईए ने मंगलवार को लंदन में वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक [डक्ल्यूईओ] जारी किया। रिपोर्ट के अनुसार पिछले वर्ष की तुलना में आर्थिक संकट के प्रभाव से वर्ष 2009 में ऊर्जा की मांग में दो प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। परंतु वर्ष 2010 से 2015 तक मांग के प्रतिवर्ष 2.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ऊर्जा के स्त्रोत के रूप में पेट्रोलियम पदार्थो का प्रभुत्व बना रहेगा और कुल ऊर्जा मांग का करीब तीन-चौथाई इनसे ही पूरा होगा।