आगरा। महंगाई के खिलाफ भड़की आग फैलने लगी है। जगदीशपुरा में बवाल के दूसरे दिन हरीपर्वत में बस्ती वाले हाईवे पर उतर आए। नारेबाजी करते प्रदर्शनकारियों ने उग्र रूप धारण कर लिया, तभी पुलिस बल पहुंच गया। पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। अधिकारी घंटे भर बस्तीवालों को समझाते रहे। उधर, जगदीशपुरा में बवाल के दूसरे दिन बाजार खुले और स्थिति शांतिपूर्ण रही। पुलिस ने नौ सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।
बताते चलें कि शनिवार को महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन के बाद जगदीशपुरा में बवाल हुआ था। आगजनी और जबरदस्त पथराव में एसीएम समेत दो पुलिस वाले घायल हुए थे। रविवार सुबह लगभग साढ़े आठ बजे हरीपर्वत के नगला छिद्दा में बस्ती वाले घरों से बाहर निकले और महंगाई के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद भीड़ हाइवे पर पहुंची और लंगड़े की चौकी पर जाम लगाकर हंगामा शुरू कर दिया, इसमें महिलाएं, बच्चे और बड़े सब शामिल था। इनकी जुबां पर एक ही बात थी कि इस महंगाई में हम कैसे खायें। जाम के बीच निकलने के कोशिश करने पर भीड़ ने ऑटो चालकों के साथ मारपीट शुरू कर दी। हंगामे की सूचना मिलते ही एससीएम प्रथम हरीशंकर दोनों थानों की फोर्स के साथ पहुंचे और हंगामा कर रहे लोगों को खदेड़ दिया।
जिलाधिकारी मुहैया करायेंगे थोक मूल्य पर गेहूं, चावल और चीनी
आगरा में लोगों ने सड़क पर उतर कर हिंसा की तो सरकार को भी महंगाई से त्रस्त जनता की फिक्र हुई है। अब जिलाधिकारियों को थोक मूल्य पर दाल, चावल, चीनी आदि मुहैया कराने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। तय हुआ है कि आनाज की जमाखोरी करने वालों की धरपकड़ भी हर जिले में की जाए। राज्य के प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद जैकब थामस ने महंगाई को लेकर आगरा में घटित हिंसा को दुखद बताया और कहा कि खाद्य एवं रसद विभाग कर्मचारी कल्याण निगम के जरिये सस्ती दर पर दाल व चीनी लोगों को मुहैया करा रहा है। इसी ंतर्ज पर हर जिलाधिकारियों को थोक मूल्य पर जिले में गेहूं, चावल,चीनी तथा सब्जी मुहैया कराने की व्यवस्था करने को कहा जाएगा। खाद्य विभाग के अफसरों को भी इस कार्य में लगाया जाएगा। उधर, राज्य के एडीजी कानून व्यवस्था एके जैन ने कहा है कि आगरा में हिंसा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
महंगाई बढ़ा रही सत्ता व जनता के बीच दूरी
लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो.एके श्रीवास्तव के मुताबिक जब नागरिकों की शासन से अपेक्षाएं पूरी नहीं होतीं तो विरोध के स्वर उभरते हैं, जो ऐसी घटनाओं से सामूहिक अभिव्यक्ति पाते हैं। अर्थशास्त्र विभाग के ही प्रो. राजेश मिश्र कहते हैं कि चिंताजनक यह है कि आगरा की घटना जनता और सत्ता के बीच बढ़ती दूरी का द्योतक है। महंगाई शासक और शासितों के बीच खाई को बढ़ा रही है।
दाल के लाले, रोटी की किल्लत
महंगाई की मार से आम आदमी के लिए दो जूनकी दाल-रोटी का जुगाड़ भी कड़ी परीक्षा साबित हो रहा है। दीपावली के पहले तक 13 से 14 रुपये किलो में मिलने वाला आटा आज बाजार में 16 रुपये किलो तक पहुंच गया है और इसके अभी और महंगा होने के आसार जताए जा रहे हैं।
दीपावली के पहले 13 रुपये किलो मिलने वाला आटा आज बाजार में 16 रुपये किलो मिल रहा है। गेहूं के दाम में तेजी से आटा, मैदा व सूजी तीनों ही चीजों के दाम बढ़ रहे हैं। शक्कर की मिठास भी लगातार बढ़ रही कीमतें उड़ाती जा रही है। शक्कर के दाम बाजारों में 40 रुपये किलो तक पहुंच गये हैं। इसके थोक दाम करीब पांच रुपये प्रति कुंतल बढ़े हैं। महंगाई की मार सब्जियों पर भी दिख रही है। सरसों का साग 16 रुपये किलो तो पालक 20 रुपये किलो। टमाटर 24 रुपये किलो तो आलू 20 रुपये का एक किलो। खास बात यह है कि मंडियों नयी फसल की आवक से थोक दाम में कमी आयी है लेकिन फुटकर बाजार में इनकी कीमत आसमान पर ही है। मसलन आलू रविवार को मंडी में 800 से 1200 रुपये कुंतल बिका लेकिन फुटकर बाजारों में यह 18 से 24 रुपये किलो के बीच ही बिका। यही हाल लौकी व कद्दू का है जो मंडी में महज तीन से चार रुपये किलो बिकी लेकिन फुटकर में इसकी कीमत 12 से 16 रुपये किलो के बीच रही। गोभी मंडी में एक से दो रुपये की है, वहीं फुटकर बाजार में दस से 12 रुपये में बेची जा रही है।
जमाखोरों पर कार्रवाई करें राज्य सरकार : मीणा
केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री नमो नारायण मीणा ने रविवार को भारतीय जीवन बीमा अभिकर्ता संघ के राष्ट्रीय अधिंवेशन में कहा है कि महंगाई रोकने के लिये राज्य सरकारों को जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिये, लेकिन वे ऐसा नहीं कर रही हैं।