खाद संकट पर फूटा किसानों का गुस्सा

भोपाल । रायसेन जिले में खाद-बीज की इतनी मारामारी हो रही है कि इसको लेकर क्षेत्र के कृषकों ने मंडी कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन तक कर चुके है। जिले के आला अधिकारी कृषकों को समझाइश के अलावा कुछ नहीं दे पा रहे है। क्षेत्र में खाद की कमी लम्बे अरसे से बनी हुई है, जिससे फसलें प्रभावित हो रही है। जिले के सुल्तानपुर व आसपास डीएपी की समस्या बनी हुई है। इतना ही नहीं किसानों ने खाद शीघ्र न मिलने पर सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी दी है।

टीकमगढ़ जिले के जतारा में सैकड़ों किसान थाने के सामने मुख्य सड़क पर न केवल चक्काजाम कर चुके है, बल्कि प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भी जताया है। किसानों का आरोप है कि क्षेत्र के दबंग लोग सहकारी समितियों से सांठ-गांठ कर डीएपी खाद की कालाबाजारी कर रहे हैं। खाद की पर्चियां भी काटी जा रही हैं। इसके पूर्व भी खाद से भरे दो ट्रक जिला विपणन सहकारी संस्था व मार्केटिंग सोसायटी पर न उतारकर उन्हें अन्यत्र जगह ले जाया जा रहा था।

छतरपुर जिले के किसानों में खाद की अनुपलब्धता से व्याप्त आक्रोश के मद्देनजर खजुराहो सासद जीतेन्द्र सिंह बुंदेला की पहल पर कलेक्टर निवास पर एक बैठक हो चुकी है। बैठक में विचार-विमर्श के बाद बैठक में निर्णय लिया गया कि जिले में केवल प्राथमिक सहकारी समितियों के माध्यम से ही परमिट पर विक्रय हो। भू-अधिकार पुस्तिका पर उसका इद्राज किया जाए। इसके पूर्व जिले के किसान खाद की माग को लेकर दो बार चक्काजाम और प्रदर्शन कर चुके है। खाद न मिलने से खफा किसानों ने पथराव किया। सागर के देवरी क्षेत्र में खाद की कालाबाजारी एवं जमाखोरी की शिकायतें मिलने एवं विक्रेताओं द्वारा मनमाने दामों पर खाद बेचे जाने की लगातार मिलती शिकायतों के बाद तहसीलदार के नेतृत्व में कृषि विभाग के अधिकारियों ने खाद विक्रय केन्द्रों का निरीक्षण अभियान शुरू किया है। तहसीलदार द्वारा की गई जांच कार्यवाही के दौरान सुखचैन वार्ड में स्थित श्रीराम खाद भंडार की गोदाम में मात्र चार बोरी खाद पाया गया।

हरदा जिले में कालाबाजारी करने वालों की करतूतों के चलते किसानों तक यह खाद नहीं पहुच पा रहा। किसानों को महंगे दामों पर खाद खरीदना पड़ रहा है। हाल ही में जिला प्रशासन ने रैक पाइट से अब गाव समिति की ओर जाने वाला खाद बीच में ही कहीं उतार लेने की सूचना पर एक टीम बनाकर रात्रि 2 बजे के लगभग ग्राम देवास में चिन्हित स्थानों पर दो बड़े किसानों के यहा छापामार कार्यवाही की। इस कार्यवाही के दौरान दो सौ बोरी खाद जब्त कर किसानों को हरदा पुलिस थाने पहुचाया गया।

धार जिला कांग्रेस ने बिजली व खाद की समस्याओं को लेकर मोर्चा खोल दिया है। धरना देकर नेताओं ने भाजपा शासन की रीति-नीति की भ‌र्त्सना की और किसानों को बिजली व खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने की मांग की।

होशंगाबाद जिले में किसानों को रबी मौसम की मुख्य फसलों की बोवनी से ठीक पूर्व खाद-बीज की किल्लत भुगतनी पड़ रही है। सोसायटियों में पर्याप्त मात्रा में खाद-बीजउपलब्ध नहीं हो पा रहा है अन्नदाता भटकने को मजबूर है। अधिकारी खाद-बीज की पर्याप्त व्यवस्था होना बता रहे है।

लेकिन धरातल पर फिलहाल अभाव बना हुआ है जिससे किसानों को परेशान होना पड़ रहा है अधिकारियों की मानें तो यह कमी अगले सप्ताह तक पूरी हो जायेगी।

नकली खाद की बिक्री जोरों पर

सीहोर जिले में रबी के सीजन में खाद की कमी की ओर किसानों ने प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया, लेकिन उस कमी को समय से पूरा करने में विभाग नाकाम साबित हुआ। यही वजह है कि किसानों को खाद बाजार से खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। यह खाद महंगी और नकली मिल रही है। किसान सोसायटी एवं अन्य खाद वितरण करने वाले केंद्रों पर लाइनें लगा कर दिन-दिन भर खड़ा रहा, लेकिन उसे अपनी जरूरत के हिसाब से खाद नहीं मिल पाई। कई क्षेत्रों के किसानों को खाद मिली भी तो उनके अनुसार वह ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुई।

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