नवंबर में भी चल रहे पंखे

हिसार. मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। नवंबर माह शुरू होने के बाद भी घरों व दफ्तारों में पंखे चल रहे हैं। शहर में न्यूनतम तापमान सामान्य से चार-पांच डिग्री सेल्सियस अधिक चल रहा है। इस वक्त रात को व सुबह जितनी ठंड होनी चाहिए, ठंडक उससे काफी कम है।

मंगलवार को भी मौसम में अचानक बदलाव आ गया और आसमान में बादल छा गए। लोगों को आशंका हो गई कि कहीं मौसम में आया यह बदलाव जयपुर के सीतापुर में इंडियन आयल डिपो में लगी आग के कारण तो नहीं हुआ है।

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिकों ने इस आशंका को नकारते हुए बदलाव को पश्चिमी विक्षोभ का असर बताया है। पिछले चार-पांच दिन से मौसम का स्वरूप बिगड़ा है और आने वाले दो-तीन दिन तक यही स्थिति बने रहने की आशंका है। संभावना जताई है कि दो-तीन दिन के बाद मौसम में गिरावट आनी शुरू हो जाएगी।

न्यूनतम तापमान अधिक

शहर में 28 नवंबर से न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस से अधिक चल रहा है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार इस वक्त न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस तक अधिक चल रहा है। यह सब पश्चिमी विक्षोभ के कारण संभव हुआ है।

हालांकि इसके कारण कृषि पर कोई प्रतिकूल असर नहीं होगा। पिछले एक सप्ताह से न्यूनतम तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अधिकतम तापमान में एक नवंबर तक बढ़ोतरी हुई लेकिन पिछले दो दिन से अधिकतम तापमान में गिरावट आई है।

छाए रहेंगे बादल

हकृवि के मौसम विज्ञान विभाग प्रमुख डॉ. दीवान सिंह के अनुसार एक-दो दिन तक आसमान में आंशिक बादल छाए रहेंगे। इसके बाद मौसम साफ हो जाने व रात के तापमान में गिरावट आने की संभावना है। इस वक्त न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस तक अधिक चल रहा है।

दो दिन में इसका असर समाप्त हो जाएगा और मौसम सामान्य हो जाएगा। वैज्ञानिकों ने बदलते मौसम के लिए किसानों को सलाह दी है कि गेहूं के अच्छी पैदावार के लिए खेत को तैयार करके नवंबर के तीसरे सप्ताह तक बिजाई अवश्य कर दी जाए।

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