रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने दक्षिण अफ्रीकी कम्पनियों को राज्य में खनिज आधारित डाउन स्ट्रीम श्रेणी के उद्योगों और भविष्य में आने वाली विशाल ताप बिजली परियोजनाओं में पूंजी निवेश के लिए आमंत्रित किया है।
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि सिंह ने बुधवार को जोहान्सबर्ग में आयोजित दक्षिण अफ्रीकी अन्तरराष्ट्रीय व्यापार एवं निवेश सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का नया राज्य छत्तीसगढ़ अगले पांच सालों में देश की प्रमुख ऊर्जा-धुरी (पावर हब) और इस्पात राजधानी (स्टील कैपिटल) के रूप में उभरेगा और तीस हजार मेगावाट अतिरिक्त बिजली उत्पादन की क्षमता हासिल कर लेगा। उन्होंने दक्षिणी अफ्रीकी कम्पनियों को छत्तीसगढ़ में पूंजी निवेश के लिए भरपूर अवसर देने की पेशकश करते हुए कहा कि खनिज आधारित डाउन स्ट्रीम श्रेणी के ऐसे उद्योगों के लिए छत्तीसगढ़ में व्यापक संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की मंशा है कि राज्य में उपलब्ध खनिज संसाधनों का उपयोग कच्चे माल के रूप में राज्य के ही भीतर हो जिससे उनसे बनने वाली वस्तुओं के मूल्य संवर्धन (वेल्यू एडीशन) के जरिए राज्य को पर्याप्त आर्थिक लाभ मिल सके। सिंह ने कहा कि एक नवम्बर वर्ष 2000 को भारत के नए राज्य के रूप में जन्मे छत्तीसगढ़ ने विगत पांच वर्ष के अल्प समय में ही देश के तेजी से विकसित होते राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाई है। इसके बावजूद हमें अपनी 80 प्रतिशत ग्रामीण आबादी के विकास और विशेष रूप से समाज की अन्तिम छोर पर खड़े लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए अभी आगे बहुत कुछ करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि राज्य के आर्थिक विकास में उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। छत्तीसगढ़ में दक्षिण अफ्रीकी कम्पनियों के लिए भरपूर अवसर उपलब्ध होंगे।
सिंह ने कहा कि भारत के कुल खनिज उत्पादन में छत्तीसगढ़ का 16 प्रतिशत वार्षिक योगदान होता है, जिसकी कीमत करीब दो सौ करोड़ रूपए है। भारत का 27 प्रतिशत स्पंज आयरन छत्तीसगढ़ में बनता है। इसे देखते हुए हम अपने राज्य में खनिज आधारित डाउन स्ट्रीम श्रेणी के अंतर्गत मूल्य संवर्धन से संबंधित उद्योगों को प्राथमिकता देते हुए दक्षिण अफ्रीकी कम्पनियों को उनमें निवेश के लिए आमंत्रित करना चाहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्टील मैनुफैक्चरिंग और कॉस्टिंग प्लान्ट्स लगाने की इच्छुक दक्षिण अफ्रीकी कम्पनियां राज्य में भारी मात्रा में उपलब्ध स्पंज आयरन और सस्ती बिजली का इस्तेमाल कर सकती हैं। रमन सिंह ने दक्षिण अफ्रीकी कम्पनियों से छत्तीसगढ़ की नई राजधानी के ढांचागत विकास में भी सहयोग लेने की पेशकश की। उन्होंने कहा कि नया रायपुर में सड़क, पेयजल आपूर्ति प्रणाली, रीयल इस्टेट और बहुउद्देशीय परिवहन सेवाओं के विकास में दक्षिण अफ्रीकी कम्पनियों की विशेषज्ञता और उनके अनुभवों का बेहतर फायदा छत्तीसगढ़ उठा सकता है।
अधिकारियों ने बताया कि सम्मेलन का आयोजन दक्षिणी अफ्रीकी सरकार के वाणिज्य और उद्योग विभाग और वहां की प्रान्तीय निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। दक्षिण अफ्रीका के इस सबसे बड़े व्यापारिक सम्मेलन में विभिन्न देशों के लगभग पांच सौ प्रतिनिधिशामिल हुए। इनमें अनेक राजदूत, महावाणिज्य दूत, मंत्री और प्रमुख उद्योगपति और निवेशक भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री के साथ इस अवसर पर दक्षिण अफ्रीका में भारत के महावाणिज्य दूत दोराई स्वामी और छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्य सचिव पी. जॉय. उम्मेन समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह दक्षिण अफ्रीका और मॉरीशस के 10 दिवसीय दौरे पर हैं।