जामताड़ा, कुंडहित, संसू। एक पखवाड़े से बारिश नहीं होने के कारण खेतों में लगी धान की फसल झुलसने लगी है। फसल अभी पूरी तरह से तैयार भी नहीं हुई है। इस वर्ष देर से बारिश होने से किसानों ने जी जान लगाकर धान की रोपनी की। अंतिम समय में बारिश होने से कुंडहित प्रखंड क्षेत्र में 62 फीसदी धान की रोपनी हुई।
पालाजोड़ी, डुमरा, चंद्रडीह, प्रसादपुर, अंबा, बागडेहरी, खजुरी, मुडाबेड़िया, छोलाबेड़िया सहित दर्जनों गांवों में धान फसल को बचाने के लिए तालाब, कुआं, जोड़िया में पंप लगाकर सिंचाई की जा रही है। इस संबंध में किसान सीताराम सोरेन, अमर बाउरी, रामु बाउरी, हाराधन घोष ने बताया कम बारिश के कारण तालाब, कुआं में भी कम पानी है ऐसे में दिन रात पंप लगाकर सिंचाई किए जाने से जल श्रोतों में भी पानी सुख गया। लोगों ने बताया कि तालाबों का पानी सुख जाने से रबी फसल पर भी संकट गहराने लगी है। साथ ही गर्मी में जानवरों को पानी पिलाने की चिंता भी अभी से ही किसानों में घर करने लगी है। साथ ही किसानों का कहना है कि सरकार ने सूखाड़ में किसानों को उचित दाम पर डीजल, किरासन एवं अन्य उपयोगी सामान उपलब्ध कराने की घोषणा की थी लेकिन यहां ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला। आज भी बाजार में डीजल, 38-40 रुपये लीटर एवं किरासन 30-35 रुपये लीटर मिल रहा है। किसानों को इस परिस्थिति में परिवार चलाने की चिंता अभी से सता रही है।