पांचवें दिन भी नहीं पहुंचा सिंचाई पानी

रावलामंडी. इंदिरा गांधी नहर की अनूपगढ़ शाखा में पांचवें दिन सोमवार को भी पूरा पानी नहीं मिलने से किसान रबी की बुआई से वंचित हो सकते हैं। स्थिति यह है कि वरीयता क्रम में प्रथम होने के बावजूद अनूपगढ़ शाखा में बुर्जी संख्या १९५ से नीचे की नहरों की टेलों पर 15 अक्टूबर को बिरधवाल हैड से छोड़ा सिंचाई अभी तक नहीं पहुंचा है। सिंचाई अधिकारियों ने इस कटु सत्य को स्वीकार करते हुए कहा है कि बिरधवाल हैड पर पौंड लेवल पूरा नहीं होने से स्थिति में सुधार नहीं हुआ है।

किसानों ने बताया कि एमडी, केएनडी, बीडी, केवाईडी, केएलडी व केजेडी नहरों की टेलों पर पीने लायक पानी भी नहीं पहुंचा है। ऐसे में राज्य सरकार का वह दावा खोखला साबित हो रहा है जिसमें 15 अक्टूबर से किसानों को रबी बुआई का पूरा पानी देने की घोषणा की गई थी। 28 एमडी के किसान कुलदीप सिंह ने भास्कर हेल्प लाइन को फोन पर बताया कि उनके मोघों में अभी तक पेयजल जितना पानी भी नहीं पहुंचा है।

मोमेवाला हैड से एमडी नहर में पानी कम छोड़ा जा रहा है। इसी प्रकार चक 25 केएनडी के किसान सुलतान सिंह व बींझाराम ने कहा कि केएनडी नहर की टेलों पर पीने का पानी भी नहीं पहुंचा है। किसान नेता श्रवण डारा, जगदीशसिंह ने बताया कि केवाईडी, बीडी, केएलडी, केजेडी नहर की टेलों पर पांचवें दिन सोमवार को भी पेयजल नहीं पहुंचा है। डारा ने बताया कि अनूपगढ़ शाखा वरीयता क्रम में प्रथम होने के बावजूद इसकी टेल वाली नहरों पर बिजाई तो क्या पीने का पानी भी नहीं मिला है।

नहरों में कम पानी को लेकर कुछ किसान सिंचाई अधिकारियों के खिलाफ कानूनी सहारा लेने की तैयारी में जुटे हुए हैं। किसान नेता श्रवण डारा ने बताया कि अनूपगढ़ शाखा की टेलों पर कम पानी देने के मामले में जिम्मेदार रहे अधिकारियों के खिलाफ न्यायालय की शरण ली जायेगी। सिंचाई अधिकारियों ने नहरों में कम पानी होने की शिकायत को जायज बताते हुए कहा है कि बिरधवाल हैड पर गेज कम होने से सभी नहरें पिट रही हैं।

खाजूवाला व घड़साना सिंचाई विभाग के एक्सईएन बुधराम तनात ने बताया कि अनूपगढ़ शाखा की बुर्जी संख्या १क् पर 6.30 की तुलना 5.10 फीट गेज का पानी मिलने से स्थिति बिगड़ी हुई है। केवाईडी में 393 के मुकाबले 348, बीडी में 120 की तुलना में 105, केएलडी में 49 की अपेक्षा 42, केएनडी में 120 के मुकाबले 110, एमडी में 120 के अपेक्षा 104 क्यूसेक पानी सोमवार 10 बजे तक चल रहा था। विभाग के जेईएन सुरेश बंसल ने बताया कि रावला हैड व 289 हैड से निकली केडी, पीएसडी व केपीडी में भी पानी कम प्रवाहित हो रहा है।

अनूपगढ़ शाखा में 195 से नीचे की सभी नहरों में करीब 10 प्रतिशत पानी कम मिल रहा है। किसानों की भूख हड़ताल शुरू

नाहरांवाली लूणिया और जेएम माइनर की टेल पर पर्याप्त पानी नहीं पहुंचने से सोमवार को किसानों का आक्रोश फूटपड़ा और उन्होंने भूख हड़ताल व अनिश्चितकालीन धरना एक साथ शुरू कर दिया। किसानों ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए एलान किया कि जब तक फसलों के लिए पूरा पानी नहीं मिलेगा भूख हड़ताल जारी रहेगी।

दोनों माइनरों के किसानों ने सोमवार को आठ जेएम में इकट्ठे होकर सभा का आयोजन किया और अनिश्चितकालीन धरने का निर्णय लिया। इस मौके पर मौजूद सैकड़ों किसानों में से भागसिंह बराड़, सुरेंद्र ढाका, आदूराम, जगदीश वर्मा व मक्खन सिंह ने भूख हड़ताल पर बैठ। इसके अलावा अन्य कई किसानों ने उनके साथ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने का एलान किया।

किसानों ने सिंचाई विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ दिन पहले अधिकारियों को टेल पर पर्याप्त पानी नहीं पहुंचने की जानकारी दी गई थी, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। ऐसे में उनके खेतों में सिंचाई की बारियां पिट रहीं हैं। उधर, सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता अरुण कुमार अग्रवाल ने कहा नहर की लंबाई ज्यादा होने के कारण सिंचाई के लिए पानी कम मिल पा रहा है, जबकि समस्या समाधान के लिए पोंड लेवल पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि धरनास्थल पर सहायक अभियंता को भेजा गया है।

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