बिलासपुर। बालको के पावर प्लांट में निर्माणाधीन चिमनी गिरने के बाद श्रमिकों में बढ़ते आक्रोश को देखते हुए प्लांट में कार्यरत चीनी कंपनी सेपको के अधिकारी व कर्मचारियों को गुरुवार को कोलकाता व रायपुर भेज दिया गया। इससे पहले 76 चीनियों को बुधवार की देर रात भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बिलासपुर लाया गया था। यहां उन्हें नर्मदा नगर स्थित महिला सामुदायिक भवन में ठहराया गया था।
पुलिस का कहना है कि इन चीनी नागरिकों को सुरक्षित निकाला गया है, क्योंकि इनकी जान को यहां खतरा हो सकता था। कई चीनी नागरिकों के साथ उनका परिवार भी था। गुरुवार को सुरक्षा की लिहाज से इनमें से 71 को कोलकाता व 5 को रायपुर भेज दिया गया। सभी बिल्हा से ट्रेन में रवाना हुए।
इससे पहले प्रशासन ने सभी को बिलासपुर स्टेशन से कोलकाता भेजने की योजना बनाई थी, पर सुरक्षा कारणों से ऐन वक्त पर योजना में फेरबदल कर सभी को बस व कारों में बिठाकर बिल्हा रवाना किया गया। यहां से कलकत्ता जाने वाले पोरबंदर- हावड़ा एक्सप्रेस से रवाना हुए। वहीं पांच लोग अलग ट्रेन से रायपुर भेज दिए गए।
उल्लेखनीय है कि बालको पावर प्लांट का निर्मणाधीन चिमनी बुधवार को गिर गई थी। इसमें अब तक करीब दो दर्जन से अधिक लोगों शव मिल चुके हैं। चिमनी को चीनी कंपनी सेपको ने जीडीसीएल को ठेके पर दिया था। घटना के बाद वहां श्रमिकों में आक्रोश भड़क उठा था, जिसके कारण सुरक्षा के लिहाज से आनन फानन में देर रात बिलासपुर लाकर शिफ्ट किया गया था।