जबलपुर. शहर के कुंडम थाना क्षेत्र के लगभग 12 श्रमिकों को उत्तरांचल, हरिद्वार के चिचौली जिले में एक ठेकेदार द्वारा बंधक बनाकर रखे जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इन श्रमिकों में अधिकांश की उम्र 18 साल से कम है और वे बाल श्रमिक हैं। किसी तरह ठेकेदार के चंगुल से छूटे भूखे-प्यासे श्रमिकों ने चिचौली में एक सहृदयी एसटीडी बूथ संचालक की मदद से कुंडम निवासी समाज सेवी राजेश सोनी से आपबीती बताई।
श्री सोनी ने इस बात की जानकारी कुंडम थाना प्रभारी और एएसपी टीके विद्यार्थी को दी। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए श्री विद्यार्थी ने न सिर्फ मामले की जांच के निर्देश दिए है, बल्कि श्रमिकों को वापस लौटाने के भी प्रयास शुरू कर दिए हैं।
कई दिनों से आधा पेट भोजन
श्री सोनी के अनुसार श्रमिकों ने बताया कि कुंडम का एक स्थानीय ठेकेदार उन्हें यह कहकर साथ ले गया था कि उन्हें जबलपुर में मजदूरी करनी है, लेकिन उनके साथ छल कर वह उन्हें उत्तरांचल ले गया। श्रमिकों के अनुसार ठेकेदार उन्हें मजदूरी नहीं देता था, बल्कि सिर्फ एक दिन बाद ही भोजन दिया करता था।
पैसे न होने की वजह से वे कहीं जा भी नहीं पा रहे थे किसी तरह वे स्वयं को ठेकेदार के चंगुल से बचाकर भागे कुंडम के नरेश वंशकार, राकेश वंशकार, मनोज, सुनील, संजू, राजकुमार, अज्जू गोंटिया, कमलेश कोल, जग्गू कोल आदि ने एक एसटीडी से यहां सूचना दी।
मामला की जांच प्रारंभ
किसी भी ठेकेदार के साथ श्रमिक अपनी स्वेच्छा से जाते हैं, इस मामले की जांच के बाद स्पष्ट हो जाएगा की श्रमिकों के साथ ठेकेदार कैसे उन्हें उत्तरांचल ले गया। दोषियों को बक्शा नहीं जायेगा। – टीके विद्यार्थी, एएसपी ग्रामीण