आत्महत्याओं का एक इलाका और…

विदर्भ में साल 2006 में सबसे ज्यादा 1,065 किसानों ने आत्महत्या की जबकि उसी साल छत्तीसगढ़ में ये आंकड़ा 1483 था जो अगले साल बढ़ कर 1593 हो गया नक्सल समस्या के चलते छत्तीसगढ़ काफी समय से सुर्खियों में है. लेकिन कम ही लोग यहां की एक और उतनी ही गंभीर समस्या के बारे में जानते हैं जो करीब एक दशक से अपने पांव पसारे हुए है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मिलाकर पूरे देश की तकरीबन एक तिहाई आबादी ही निवास करती है लेकिन किसानों की आत्महत्या के मामले में इन राज्यों का हिस्सा दो तिहाई है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक 1997 से 2007 के बीच देश में आत्महत्या करनेवाले किसानों की संख्या 1,82,936 रही.2001 में जब छत्तीसगढ़ अलग राज्य बना तो एनसीआरबी ने इस नये राज्य के लिए अलग आंकड़े तैयार करने शुरू किए.

(इस आलेख को निम्नलिखित लिंक पर पढ़ा जा सकता है)

http://www.tehelkahindi.com/indinon/national/372.html

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